नहर के पानी बाधित होने से आक्रोशित किसानों ने किया आंदोलन, आश्वासन के बाद स्थगित
प्रदीप मेहता की रिर्पोट
हरिहरगंज प्रखंड के सुल्तानी गांव के समीप शिवालया कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा सरसोत मोड़ के समीप फ्लाई ओवर ब्रिज बनाकर बटाने नहर पर कंपनी के द्वारा ओपन पुल के जगह नहर में चार ह्यूम पाइप लगा दिया गया है। उक्त नहर से एनएच 98 गुजरता है। ह्यूम पाइप लगाए जाने के कारण उसमें गाद एवं मिट्टी जमा हो गया है। जिससे नहर का जल प्रवाह बाधित हो रहा है। जिसे झारखंड समेत बिहार के हजारों किसानों को भारी आक्रोश है। नहर का पानी किसानों के खेत तक नहीं पहुंच रहा है। इस समस्या को लेकर गुरुवार को बड़ी संख्या में झारखंड और बिहार के किसानों ने सड़क निर्माण कंपनी शिवालया कंस्ट्रक्शन कंपनी के मुख्य गेट पर आंदोलन किया। किसानों ने बताया कि हड़ियाही डैम से सिंचाई हेतु बटाने नहर में निकलने वाला पानी के बहाव में अवरोध आने के कारण झारखंड- बिहार के लगभग 175 गांव सुखाड़ की चपेट में आ गए हैं। किसानों का मांग है कि कंपनी द्वारा लगाए गए ह्यूम पाइप को हटाते हुए वहां पर एक ओपन पुल का निर्माण किया जाए, जिससे बटाने नहर का पानी किसानो को खेत तक पहुंच सके। इस दौरान एनएचएआई के परियोजना निदेशक मनोज कुमार पांडेय तथा कंस्ट्रक्शन कंपनी के अधिकारियों के साथ आंदोलन कर रहे किसानों का एक शिष्टमंडल के बीच वार्ता हुयी। एनएचआई द्वारा किसानों की समस्या 15 दिनों में निदान करने का आश्वासन के बाद आंदोलन स्थगित कर दिया गया। वही किसानों ने मांग पत्र सौंपते हुए मांग नहीं पूरा होने पर दोबारा आंदोलन करने की चेतावनी दी है। वार्ता में कंपनी के सीनियर प्रोजेक्ट मैनेजर ज्ञान प्रकाश शुक्ला, सीओ वासुदेव राय, पुलिस निरीक्षक सह थाना प्रभारी सुदामा कुमार दास, पिपरा प्रमुख विक्रांत सिंह यादव उर्फ गुड्डू, मुखिया जितेंद्र पासवान, वीरेंद्र यादव, रामपुकार मेहता, सत्येंद्र भुइयां, प्रमोद यादव, दीपक यादव, संजय यादव, सुनील मेहता आदि शामिल थे। एनएचएआई के परियोजना निदेशक मनोज कुमार पांडेय तथा सीनियर प्रोजेक्ट मैनेजर ज्ञान प्रकाश शुक्ला ने कहा कि सिंचाई के लिए किसानों को असुविधा नहीं होने देंगे। हमें 15 वर्षों तक रहकर कार्य करना है। किसानों की समस्या को संज्ञान में ले लिया गया है जल्द ही समाधान निकाला जाएगा।
Comments
Post a Comment