लेस्लीगंज के जैप-8 वाहिनी परिसर में आईआरबी-10 के आरक्षी प्रशिक्षुओं के पारण परेड समारोह में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने लिया भाग*
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्य में हजारों की संख्या में जवानों की नियुक्ति एवं उनमें महिलाओं की भागीदारी गर्व की बात है। पुरुष के साथ-साथ पुलिस महकमे में महिलाओं को चुना जाना एवं उन्हें प्रशिक्षित किया जाना महिला सशक्तिकरण की मिसाल है। महिलाएं अपनी दक्षता से महिला उत्पीड़न, साइबर अपराध, सामाजिक अपराधों में मुंहतोड़ जवाब देकर बेहतर समाज निर्माण में अपना अमूल्य योगदान देंगी। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आज बुनियादी प्रशिक्षण (चतुर्थ सत्र) प्राप्त कर रहे आईआरबी-10 पलामू के आरक्षी प्रशिक्षुओं को के पारण परेड समारोह को संबोधित कर रहे थे। समारोह का आयोजन नीलांबर -पीतांबरपुर/लेस्लीगंज के जैप-8 वाहिनी परिसर के वाहिनी परेड मैदान में आयोजित किया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन जवानों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया है वे अपने आप को यहीं तक सीमित नहीं रखे, भविष्य की चुनौतियों से भी आगे निकलने की सोचें। अपने काम से ही आम लोगों के बीच पहचान बनेगी।
मुख्यमंत्री ने पारण परेड में शामिल जवानों एवं उनके अभिभावकों को भावी जीवन की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि 554 आरक्षियों में 183 महिलाओं का होना महिला सशक्तिकरण का बेहतर उदाहरण है।
मुख्यमंत्री ने पारण परेड में शामिल जवानों का उत्साहवर्धन किया करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम के माध्यम से युवाओं के जोश एवं उनके उत्साह को निखरने का मौका मिला है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जैप-8 परिसर में जवानों के प्रशिक्षण के लिए आधारभूत संरचना की विस्तृत समीक्षा करते हुए जवानों की हर समस्याएं दूर करने एवं आवश्यक बुनियादी सुविधाएं बहाल कराने का भरोसा दिया। *उन्होंने कहा कि जवानों के रहने के लिए बैरक, पेयजल व्यवस्था और अन्य आवश्यक बुनियादी सुविधाएं शीघ्र बहाल की जाएगी। मुख्यमंत्री ने यहां 250 बेड का तीन बैरक बनाने, जवानों को प्रशिक्षण अलाउंस देने, जैप-8 वाहिनी परिसर को पूरी तरह से दुरुस्त करने एवं पेयजल समस्या के निदान हेतु आश्वस्त किया।* मुख्यमंत्री ने कहा कि आईआरबी का अपना कैंपस होना चाहिए।
इसके पूर्व मुख्यमंत्री ने प्रशिक्षु आरक्षियों के पारण परेड का निरीक्षण किया और आकर्षक परेड की सलामी ली। साथ ही जवानों को कर्तव्य निर्वहन हेतु शपथ ग्रहण कराया एवं पारण परेड का मार्च पास्ट का अवलोकन किया। पारण परेड समारोह के अंतर्गत प्रशिक्षु जवानों ने बैंड की आकर्षक धुन पर मार्च पास्ट किया।
*सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले जवान पुरस्कृत*
मुख्यमंत्री ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले जवानों को पुरस्कृत किया। पुरस्कार प्राप्त करने वालों में महिला आरक्षी ममता कुमारी, प्रभा लाकड़ा, ज्योतिन गोराई, पुरुष आरक्षी मिथिलेश कुमार, राजेंद्र उरांव, हवलदार कमलेश दुबे शामिल थे। वहीं जैप-8 के डीएसपी दीपक कुमार को प्रशस्ति पत्र दिया गया।
*दो थानों का हुआ ऑनलाइन उद्घाटन*
मुख्यमंत्री ने जैप-8 परिसर स्थित पारण परेड समारोह से माउस का बटन दबाकर पलामू जिले के पांडु एवं नावाबाजार थाना भवन का ऑनलाइन उद्घाटन किया।
*सामुदायिक पुलिसिंग के तहत खिलाड़ियों को मिली खेल सामग्री*
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पलामू के युवा खिलाड़ियों को सामुदायिक पुलिसिंग के तहत प्रोत्साहन के तौर पर खेल सामग्री प्रदान कर पुरस्कृत किया। उन्होंने प्रत्येक टीम को फुटबॉल, जर्सी, जूता, इनक्लेट, ग्लब्स आदि खेल सामग्री देकर पुरस्कृत किया। साथ ही खेल के क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन करने तथा खेल के क्षेत्र को बढ़ावा देने का भरोसा जताया।
*कानून एवं नियमों के पालन तथा अनुपालन कराने के लिए अग्रणी पंक्ति में खड़े जवान : मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव सह गृह सचिव राजीव अरूण एक्का*
मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव सह गृह सचिव राजीव अरुण एक्का ने पारण परेड उपरांत झारखंड सरकार के पुलिस में अंग बनाने वाले जवानों के उज्जवल भविष्य की कामना की और उनका उत्साहवर्धन किया। उन्होंने कहा कि जवान अपनी जिम्मेदारी के साथ कानून एवं नियमों के पालन तथा अनुपालन कराने के लिए अग्रणी पंक्ति में खड़े रहें। जवानों को प्रशिक्षण देकर सभी कार्यों के लिए दक्ष बनाया गया है, उनकी दक्षता बढ़ाई गई है, ताकि वे समय और परिस्थितियों के साथ तेजी से कार्य करेंगे। उन्होंने जवानों का उत्साहवर्धन करते हुए आह्वान किया कि आज लोगों में जो भिन्नताएं हैं वैसे समाज के कमजोर, आदिवासी, दलित, पिछड़े वर्ग के लोगों के सहयोग एवं मदद के लिए आगे रहें। उन्होंने कहा कि वर्दी का रंग ऐसा रखें, जिससे लोगों को सहयोग मिले और उनका हौसला बुलंद रहे।
*सरकार की आत्मसमर्पण नीति से समाज की मुख्यधारा में जुड़ रहे लोग, सरकार महिला सशक्तिकरण की दिशा में अग्रसर: पुलिस महानिरीक्षक नीरज सिन्हा*
महानिदेशक एवं पुलिस महानिरीक्षक नीरज सिन्हा ने कहा कि कोविड-19 संक्रमण के कारण जवानों के प्रशिक्षण में व्यवधान हुआ, लेकिन अब वे पूरी मुस्तैदी के साथ झारखंड पुलिस बल में शामिल हो रहे हैं। प्रशिक्षण केंद्र के संबंध में संक्षिप्त रूप से लोगों को अवगत कराते हुए कहा कि इस वाहिनी का सृजन 34.50 एकड़ भू-भाग पर 2002 में हुआ है। तब से 2007 तक इस वाहिनी का सारे प्रशासनिक कार्य जैप-4 बोकारो में संपादन किया जाता था। वाहिनी की 6 सैट/ अभियान एवं 11 स्टैटिक कंपनियां झारखंड राज्य के विभिन्न जिलों के सुदूरवर्ती थाना, पिकेटो, पोस्ट एवं क्षेत्रों में प्रतिनियुक्त हैं। प्रशिक्षण संस्थान का परिचय कराते हुए कहा कि कि इस वाहिनी में प्रशिक्षण देने का कार्य प्रशिक्षण निदेशालय, झारखंड के निर्देशानुसार वर्ष 2012 से प्रथम सत्र एवं 2012-13 में द्वितीय सत्र तथा 2017-18 में तृतीय सत्र के जवानों को बुनियादी प्रशिक्षण के अलावा 2018-19 तक जैप/ आईआरबी संवर्ग के 10 वर्ष सेवा पूर्ण करने वाले आरक्षियों का एसपीसी प्रशिक्षण दी गई, जो आज राज्य के विभिन्न जिला, इकाइयों, वाहिनीयों में अपने कर्तव्य का निर्वहन कर रहे हैं। उन्होंने प्रशिक्षण कार्यक्रम एवं अवधि के बारे में कहा कि इनका प्रशिक्षण जुलाई 2019 में शुरू हुई थी।
*इनकी रही उपस्थिति*
समारोह में उक्त अतिथि एवं विशिष्ट अतिथियों के अलावा महानिदेशक प्रशिक्षण अनुराग गुप्ता, पुलिस महानिरीक्षक प्रशिक्षण प्रिया दुबे, पलामू क्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक राज कुमार लकड़ा, डीआईजी जैप प्रशांत भास्कर, पलामू उपायुक्त आंजनेयुलू दोड्डे, लातेहार के पुलिस अधीक्षक अंजनी अंजन, गढ़वा के पुलिस अधीक्षक अंजनी कुमार झा, सीआरपीएफ के कमांडेन्ट आदि वरीय पुलिस पदाधिकारी एवं प्रशासनिक पदाधिकारी उपस्थित थे।
जैप-8 वाहिनी परिसर में बुनियादी प्रशिक्षण(चतुर्थ सत्र) प्राप्त कर रहे आईआरबी-10, पलामू के आरक्षी प्रशिक्षुओं के पारण परेड समारोह में धन्यवाद ज्ञापन पलामू के पुलिस अधीक्षक-सह-समादेष्टा-सह-जैप-8 प्रशिक्षण केंद्र के प्रचार्य चंदन कुमार सिन्हा ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
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