आमजनों के घरो तक पहुचेगी आवश्यक खाद्य सामग्रियां, डीसी, पलामु
उपायुक्त, पलामू डॉ0 शांतनु कुमार अग्रहरि ने कहा कि मानवता की सेवा ही सबसे बड़ी सेवा है। इसमें हर आदमी का योगदान होना चाहिए। बाहर से आए जिले के श्रमिक, बेसहारा एवं बेघर लोगों के साथ लॉक डाउन की परिस्थिति में गंभीर संकट उत्पन्न न होने पाये, इसके लिए जिला प्रशासन के द्वारा पूरा प्रयास किया जा रहा है। प्रत्येक पंचायत भवन में ुनंतंदजपदम सेंटर (संगरोध केन्द्र) बनाया गया है, जहां दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों को सामाजिक दूरी पर रखा जाना है। इन केन्द्रों में बुनियादी सुविधाओं, साफ-सफाई एवं स्वच्छता तथा भोजन इत्यादि की समुचित व्यवस्थाएं की जानी है। इसके लिए पलामू जिले के पदाधिकारियों ने अपने 15 दिनों का वेतन देने का निर्णय लिया है। इस पैसे का इस्तेमाल आवश्यक व्यवस्थाओं को पूरा करने के लिए कॉरपस फंड के रूप में किया जायेगा। उन्होंने इसे मानवता की सेवा के प्रति पलामू के पदाधिकारियों की अनोखी पहल की संज्ञा देते हुए उनके प्रति साधुवाद एवं आभार व्यक्त किया कि उनके आह्वान पर पदाधिकारियों ने सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया। वे आज कोरोना की बचाव, रोकथाम तथा उपचार से संबंधित अबतक की तैयारियों के संबंध में मैराथन बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। यह बैठक 9 बजे से शुरू होकर अर्द्ध रात्रि तक चली।
उन्होंने कहा कि लॉक डाउन की स्थिति में जिले के सभी लोगों तक आवश्यक राशन एवं खाद्य सामग्रियों की पहुंच होना सबसे बड़ी चुनौती है। इसके लिए ग्रामीण क्षेत्रों में सखी मंडलों से संबद्ध 72 दुकानों एवं शहरी क्षेत्रों में भी 20-25 दुकानों को चिन्हित किया गया है, जो सबों के घरों तक राशन एवं अन्य खाद्य सामग्रियों की उपलब्धता होम डिलिवरी के रूप में उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे। आम लोग फोन के माध्यम से जिला प्रशासन के द्वारा निर्धारित दर पर खाद्य सामग्रियों को इन दुकानों से मंगवा सकेंगे। इन सभी सभी दुकानों का फोन नंबर एवं निर्धारित दर सार्वजनिक किया गया है, ताकि किसी को भी न तो बाहर जाना पड़े और न ही कालाबाजारी का सामना करना पड़े।
उन्होंने निदेशित किया कि आंगनबाड़ी सेविका अपने-अपने पोषण क्षेत्र में 3 से 6 आयुवर्ग के बच्चों को पोषाहार की आपूर्ति कराएं। वहीं एमडीएम के खाद्यान्न शिक्षक-शिक्षिकाओं के माध्यम से बच्चों तक पहुंचाना सुनिश्चत करें, ताकि किसी भी बच्चे को पौष्टिक आहार की कोई दिक्कत नहीं हो।
उपायुक्त ने कोराना वायरस के संक्रमण एवं रोकथाम से संबंधित दिशा-निदेशों की चर्चा करते हुए कहा कि श्रम अधीक्षक बाहर में फंसे जिले के श्रमिकों की स्थिति के विषय में विस्तृत रूप से पता करेंगे। बाहर काम कर रहे जिले के श्रमिकों की सुरक्षा प्रशासन की जिम्मेवारी है, अतएव कहीं कोई संकट में हैं तो उनकी सूचना प्राप्त होते ही सभी संबंधितों से समन्वय कर उन्हें राहत दिलाकर सुरक्षित घर पहुंचाया जायेगा। अन्य राज्यों की सीमाओं पर गठित जांच दल बाहर से आने वाले व्यक्तियों की जांच करते हुए उनके संगरोधन हेतु समुचित व्यवस्था में किसी प्रकार की कोताही नहीं बरते।
उन्होंने निदेशित किया कि बैंकों की शाखाएं दिनांक 26 मार्च से दिन के एक बजे तक ही खुली रहेंगी। चलंत एटीएम भी गश्त लगाएंगे, ताकि किसी को भी नकद पैसे की किल्लत नहीं हो। बैंकों की हरेक शाखाओं एवं सभी एटीएम में अनिवार्य रूप से सैनेटाइजर के बाद ही प्रवेश दिया जाये। भीड़ लगाने वाली चाय, चाट-पकौड़े की दुकानों पर पूर्णतया पाबंदी रहेगी।
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