कोरोना को लेकर सतर्क और गंभीर होने की आवश्यकता, जनमानस को जागरूक करना मीडिया का कर्तव्यः उपायुक्त

पलामू के लोगों को कोरोना को लेकर सतर्क और गंभीर होने की आवश्यकता है। त्योहारी मौसम में भीड़-भाड़ होने की संभावना रहती है। इस दौरान संक्रमण का खतरा बना रहता है। ऐसे में सभी को सावधान रहने की जरूरत है। कोरोना की रोकथाम व संक्रमण से बचाव के लिए जनजारूकता जरूरी है। इसमें मीडिया की अहम भूमिका है। मीडिया प्रतिनिधियों का कर्तव्य बनता है कि वे लोगों को इस संबंध में जागरूक करें, जिससे स्वस्थ समाज का निर्माण हो सके। यह बातें पलामू उपायुक्त श्री शशि रंजन ने कही। वे आज *कोविड-19 उचित व्यवहार कैंपेन के तहत आयोजित मीडिया एडवोकेसी कार्यशाला* में बोल रहे थे। कार्यशाला का आयोजन सूचना एवं जनसंपर्क विभाग, पलामू एवं जिला स्वास्थ्य समिति के संयुक्त तत्वावधान में  समाहरणालय के ब्लॉक-ए सभागार में किया गया।
उपायुक्त श्री शशि रंजन ने  मीडियाकर्मियों को खुद ज्यादा सावधान एवं सतर्क रहने की आवश्यकता पर बल दिया।उन्होंने कहा कि मीडियाकर्मियों को विभिन्न स्थानों पर जाना पड़ता है। ऐसे में उन्हें और ज्यादा सावधान रहने की आवश्यकता है।उन्होंने इसके लिए मास्क लगाए रहने, मास्क का प्रबंधन सही तरीके से करने  की सलाह दी।  उन्होंने कहा कि मास्क वैक्सिंग की तरह कार्य कर रहा है।  ऐसे में हमसभी को मास्क लगाना  बेहद जरूरी है।  उपायुक्त ने पलामू के मीडियाकर्मियों के प्रति आभार जताया, जिनके प्रयास से पलामू में कोरोना वायरस नियंत्रण में है। 
उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के प्रभाव को रोकने के सिद्धांत का पालन करना होगा। सभी पलामूवासी सरकार की गाईडलाईन का पालन करते हुए फेस मास्क/फेस कवर लगाना होगा। सार्वजनिक स्थानों पर एक दूसरे से उचित दूरी बनाकर रखें और आपस में एक दूसरे से कम-से-कम 6 फीट की दूरी बनाए रखें। हाथों को नियमित रूप से और अच्छी तरह साबुन और पानी से धोते रहें या सैनेटाइज करते रहें। उपायुक्त ने राज्य एवं पलामू जिले में संक्रमितों की आंकड़ों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह सुखद बात है कि पलामू जिले का रिकवरी दर 98% है। सुरक्षा बेहद जरूरी है, क्योंकि अब करोना पॉजिटिव पाए जाने वाले व्यक्तियों की स्थिति गंभीर हो रही है। ऐसे में बेहतर है कि हमलोग खुद से खुद का बचाव करें।उपायुक्त ने कहा कि त्योहार एवं मौसम में बदलाव को देखते हुए करोना जांच बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने ज्यादा आबादी वाले क्षेत्रों में जांच के दायरे को बढ़ाने हेतू सभी की सहयोग की अपेक्षा जताई। उन्होंने कहा कि कोरोना जांच के लिए लोगों को खुद आगे आने की आवश्यकता है। इसके लिए जागरूकता जरूरी है। कोरोना जांच से डरे नहीं। पॉजिटिव पाए जाने पर उनका सही से प्रबंधन और देखभाल हो सकेगा, जिससे वे स्वस्थ हो सकेंगे। थोड़ी भी लापरवाही जान का खतरा बन सकता है। उपायुक्त ने कहा कि मौसम बदल रहा है। ऐसे में लोगों को सामान्य बीमारियां हो रहा है, जांच नहीं कराने पर कोरोना की पहचान नहीं हो सकेगा और वह धीरे-धीरे लंस एवं लीवर को प्रभावित करेगा। ऐसे में सावधान रहने और जांच कराने की आवश्यकता है।  उपायुक्त ने कहा कि कोरोना पॉजीटिव होने से घबराने की नहीं ब्लिक सतर्क व सावधान रहें। कोरोना की रोकथाम व बचाव के लिए लोग स्वयं आगे आयें और स्वयं को समझे व संभलें। प्रावधान के अनुरूप कुछ सर्तो के साथ कोरोना संक्रमित व्यक्ति होम आईसोलेशन में भी रह सकते हैं। कार्यशाला में मीडिया के सम्मानित प्रतिनिधियों ने कोरोना की रोकथाम व बचाव के लिए आवश्यक सुझाव दिये, जिसपर जिला प्रशासन की ओर कार्य किये जा रहे हैं। 
*उप विकास आयुक्त शेखर जमुआर* ने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर लोगों में जागरूकता फैलाने में मीडिया की अहम भूमिका है। कोविड-19 उचित व्यवहार कैंपेन 15 अक्टूबर से शुरू हुआ है, जो 15 नवंबर तक चलाया जाएगा। इस कैंपेन के प्रति आम जनमानस को जागरूक करने हेतु विभिन्न माध्यमों से इसका व्यापक प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। 
*सिविल सर्जन डॉ. जॉन एफ केनेडी* ने कहा कि कोविड-19 से बचाव के लिए सावधानी बरतनी होगी। जब तक दवाई नहीं, तबतक ढिलाई नहीं। इसे बचाने के लिए हमसबों को मास्क पहनना अनिवार्य है, साथ ही फिजिकल व सोशल डिस्टेंसिंग काफी आवश्यक है। इसके अलावा खुद को स्वच्छ रखना होगा।
इसके पूर्व *प्रमंडलीय सूचना एवं जनसंपर्क कार्यालय के उप निदेशक-सह- जिला जनसंपर्क पदाधिकारी आनंद* ने सभी का स्वागत करते हुए कहा कि कोरोना से बचाव अपने लिए आवश्यक है। उन्होंने कोरोना संक्रमित व्यक्तियों  का उदाहरण देते हुए कहा कि नियमित रूप से मास्क लगाने, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन व व्यक्तिगत स्वच्छता अति आवश्यक है। उन्होंने कोरोना के संबंध में सोशल मीडिया पर फेक न्यूज़ पर ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा कि हम सबों को ऑथेंटिक सूचनाओं पर ध्यान देकर उसे प्रसारित एवं प्रचारित करने की आवश्यकता है। उन्होंने मीडियाकर्मियों को खुद सुरक्षित रखकर कार्य करने और वैसे सूचनाएं प्रकाशित करने पर बल दिया, जिससे कि समाज में सकारात्मक संदेश जाए।
मौके पर कोविड-19 के बारे में सतर्क रहने को लेकर संकल्प कराया गया। 
कार्यशाला में उक्त व्यक्तियों के अलावा प्रशिक्षु आईएएस दिलीप प्रताप सिंह शेखावत, अपर समाहर्ता सुरजीत कुमार सिंह, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी संदीप गुप्ता, डीपीएम दीपक कुमार, सुखराम बाबू के अलावा इलेक्ट्रॉनिक एवं प्रिंट मीडिया के सम्मानित प्रतिनिधिगण उपस्थित थे। 

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